भारत की एकात्मता और जनजातीय संस्कृति (भाग-3)

राष्ट्रोक्ति वेब डेस्क (6-7 अगस्त 2022 को अंतर विश्वविद्यालय संवाद केंद्र सभागार में आयोजित संगोष्ठी का श्रृंखलाबद्ध सार) डॉ. अशोक वार्ष्णेय वे तपस्वी हैं जिन्होंने वनांचल में अरण्य संस्कृति को …

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भारत की एकात्मता और जनजातीय संस्कृति (भाग -1)

भारत और भारतीय नागरिकों के बारे में सबसे पुरानी परिभाषा विष्णुपुराण और पद्मपुराण में पढ़ने को मिलती है। इस संदर्भ को व्यक्त करने वाला श्लोक है-उत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम् …

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